आप क्या जानो ऐ श्याम सुन्दर,
कैसे तुम बिन जिए जा रहे हैं,
तेरे मिलने की उम्मीद लेकर,
ग़म के आँसू पिए जा रहे हैं।।
ये जुदाई सहेंगे श्याम कब तक,
बिन दर्शन रहेंगे श्याम कब तक,
दुनिया से हो गए हैं बेगाने,
तेरा नाम लिए जा रहे हैं,
आप क्या जानो ऐ श्याम सुन्दर,
कैसे तुम बिन जिए जा रहे हैं।।
श्याम सुन्दर कहाँ खो गए हो,
इतने बेदर्द क्यों हो गए हो,
आपकी बेवफाई के सदके,
लोग ताने दिए जा रहे हैं,
आप क्या जानो ऐ श्याम सुन्दर,
कैसे तुम बिन जिए जा रहे हैं।।
याद आती है, आती रहेगी,
याद तेरी सताती रहेगी,
जितना जी चाहे तड़पाओ हमको,
तेरी पूजा किए जा रहे हैं,
आप क्या जानो ऐ श्याम सुन्दर,
कैसे तुम बिन जिए जा रहे हैं।।
किन गुनाहों की है ये सज़ाएं,
श्याम सुन्दर हमें कुछ बताएं,
टुकड़े टुकड़े किया है दिल मेरा,
प्यार तुमसे किए जा रहे हैं,
आप क्या जानो ऐ श्याम सुन्दर,
कैसे तुम बिन जिए जा रहे हैं।।
आप क्या जानो ऐ श्याम सुन्दर,
कैसे तुम बिन जिए जा रहे हैं,
तेरे मिलने की उम्मीद लेकर,
ग़म के आँसू पिए जा रहे हैं।।