भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा,
काम क्रोध मोह लोभ अहम ना,
काम क्रोध मोह लोभ अहम ना,
तुझको छला करेगा,
भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा।।
देवों के देव हैं महादेव,
छवि है जिनकी बहुरंगी,
दानी में दानी महादानी,
औघड़दानी अड़भंगी,
खाली पड़ा भंडार तेरा,
खाली पड़ा भंडार तेरा,
बस भोलेनाथ भरेगा,
भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा।।
योगी में योगी महायोगी,
मेरे भोलेनाथ दिगंबर,
रुद्रों में रुद्र वो महारुद्र,
है बाबा भोले शंकर,
चरणों की भस्म भभूति से,
चरणों की भस्म भभूति से,
तेरा संकट बला टरेगा,
भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा।।
भूतों के नाथ हैं भूतनाथ,
श्मशान मसान निवासी,
कालों के काल वो महाकाल,
शंकर शंभू अविनाशी,
सर पे नाचता काल भी तेरा,
सर पे नाचता काल भी तेरा,
बाल ना बांका करेगा,
भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा।।
मैं भोले का भक्त मस्त रहूं,
भोले की भक्ति में,
भोले का नाम मैं सुबह शाम,
रटता रहता मस्ती में,
‘लक्खा’ और ‘रितेश’ का मन,
‘लक्खा’ और ‘रितेश’ का मन,
चरणों में लगा रहेगा,
भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा।।
भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा,
काम क्रोध मोह लोभ अहम ना,
काम क्रोध मोह लोभ अहम ना,
तुझको छला करेगा,
भोलेनाथ के सिवा,
भला तेरा कौन भला करेगा।।