KirtanLyrics Logo

KirtanLyrics

गिरिराज धरण करते हो भक्तों के तुम कष्ट हरण लिरिक्स

हिंदी

गिरिराज धरण,

गिरिराज धरण,

करते हो भक्तों के,

तुम कष्ट हरण।।

श्रद्धा और भक्ति से जो,

परिक्रमा लगावे,

तेरी कृपा से प्राणी,

मनोवांछित फल पावे,

हो उसका सफल,

ये जीवन मरण,

गिरिराज धरण,

गिरिराज धरण,

करते हो भक्तों के,

तुम कष्ट हरण।।

भक्तों तुम प्यारे हो,

गोवर्धन धारी,

दीनों के हो नाथ प्रभु,

तुम संतन हितकारी,

सारा जगत पूजे,

प्रभु तेरे चरण,

गिरिराज धरण,

गिरिराज धरण,

करते हो भक्तों के,

तुम कष्ट हरण।।

तुम सा देव दयालु कोई,

जग में ना दूजा,

श्रीकृष्ण ने सबसे पहले,

स्वयं तुमको पूजा,

करते कृपा सब पर,

तुम नील वरण,

गिरिराज धरण,

गिरिराज धरण,

करते हो भक्तों के,

तुम कष्ट हरण।।

निशदिन ‘चित्र-विचित्र’ प्रभु,

गुण तेरे गाए,

छोड़ जगत की आस तेरे,

पागल कहलाए,

बिन भक्ति ना हरि मिले,

कहे राधिका शरण,

गिरिराज धरण,

गिरिराज धरण,

करते हो भक्तों के,

तुम कष्ट हरण।।

गिरिराज धरण,

गिरिराज धरण,

करते हो भक्तों के,

तुम कष्ट हरण।।