हर सांस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बित जाए जीवन मेरा,
तेरी पूजा करते बीते सांझ सवेरा,
यूँ बित जाए जीवन मेरा।।
नैनों की खिड़की से तुमको,
पल पल मैं निहारूं,
मन में बिठा लूं तेरी आरती उतारूं,
डाले रहूं तेरे चरणों में डेरा,
यूँ बित जाए जीवन मेरा।।
जो भी तेरा प्यारा हो वो,
मेरे दिल का प्यारा हो,
मेरे सर का ताज, मेरी आँखों का तारा हो,
सब में निहारूं रूप सुनहरा,
यूँ बित जाए जीवन मेरा।।
प्यार हो, सत्कार हो,
एतबार हो तुम्हारा,
सुख भी हो सारे और
याद हो इशारा,
हो आत्मा पे तेरा ही डेरा,
यूँ बित जाए जीवन मेरा।।
हर सांस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बित जाए जीवन मेरा,
तेरी पूजा करते बीते सांझ सवेरा,
यूँ बित जाए जीवन मेरा।।