जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ,
दिल है तो दिल में क्या है,
कैसे तुम्हे बताऊँ,
जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ।।
मेरे दिल का राज गम है,
तू है बेनियाज गम से,
तुझे अपने दर्द-ए-दिल की,
क्या दास्ताँ सुनाऊँ,
जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ।।
नहीं अब रहा भरोसा,
मदहोश जिंदगी का,
तेरी याद के नशे में,
कहीं राह में गिर ना जाऊँ,
जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ।।
मेरे दिल की बेबसी में,
अरमान थक गए हैं,
तेरी राह पे नज़र है,
कहीं और चल ना पाऊँ,
जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ।।
मुझे याद तुम हो लेकिन,
मुझे याद भी है अपनी,
कभी यूँ भी याद आओ,
कि मैं खुद को भूल जाऊँ,
जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ।।
जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ,
दिल है तो दिल में क्या है,
कैसे तुम्हे बताऊँ,
जो तुमको भूल जाए,
वो दिल कहाँ लाऊँ।।