मेरे हमदम मेरे हमनशी,
ले गई दिल मेरा बांसुरी,
तू ज़माने में सबसे हसी,
ले लगी दिल मेरा बांसुरी।।
जब से देखा तुझे मोहना,
दिल मेरा कहीं लागे ना,
चल गई तेरी जादूगरी,
ले लगी दिल मेरा बांसुरी।।
इश्क़ तुम से लगाए हुए हैं,
दर्द दिल में दबाए हुए हैं,
तुम ना करना कोई दिल्लगी,
ले लगी दिल मेरा बांसुरी।।
आशाओं ने मुझको है घेरा,
छाया चारों तरफ ही अंधेरा,
कर अंधेरों में तू रौशनी,
ले लगी दिल मेरा बांसुरी।।
रखना अनजान पर भी नज़रिया,
तुझको भूलूं कभी ना सांवरिया,
नाम लेता रहूं हर घड़ी,
ले लगी दिल मेरा बांसुरी।।
मेरे हमदम मेरे हमनशी,
ले गई दिल मेरा बांसुरी,
तू ज़माने में सबसे हसी,
ले लगी दिल मेरा बांसुरी।।