मोहन बिक गए प्रेम नगरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा,
मिल नहीं पाई कोई खबरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा।।
ना सोने चांदी में बीके है, ना हिरे मोतियन में,
नटवर लूट गए नेह नजरिया, नटवर लूट गए नेह नजरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा।।
रुक्मण नहीं खरीद सकी, ना ललिता मोहन को,
कान्हा ले गई राधा गुजरिया, कान्हा ले गई राधा गुजरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा।।
ना तो छप्पन भोग में बिकते, ना ही दूध दही में,
सूखे चावल बीके गिरधरिया, सूखे चावल बीके गिरधरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा।।
तीन लोक में मोल श्याम का, कोऊ नहीं दे पायो,
जोगन मीरा पा गई सांवरिया, जोगन मीरा पा गई सांवरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा।।
सुनो 'निरंजन' प्रेम भाव में, बिकते मदन मुरारी,
'लख्खा' श्याम है प्रेम पुजरिया, 'लख्खा' श्याम है प्रेम पुजरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा।।
मोहन बिक गए प्रेम नगरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा,
मिल नहीं पाई कोई खबरिया,
जग में हल्ला होई गवा, जग में हल्ला होई गवा।।